उम्र के पार करके ढेरों वसंत अब वृद्ध अवस्था से जूझ रहा हूं! उम्र के पार करके ढेरों वसंत अब वृद्ध अवस्था से जूझ रहा हूं!
नये दिन की नयी शुरुआत बाकी है। नये दिन की नयी शुरुआत बाकी है।
हम रुसवा भी ख़ुद से है हम तन्हा भी ख़ुद से है, तुम क्या मेरा गम जानोगे हमारे आंसू दरिय हम रुसवा भी ख़ुद से है हम तन्हा भी ख़ुद से है, तुम क्या मेरा गम जानोगे हम...
और नागरिक रजिस्टर के निर्माण का रास्ता शाहीन बाग से होकर गुजरता है। और नागरिक रजिस्टर के निर्माण का रास्ता शाहीन बाग से होकर गुजरता है।
दरवाजे़ पर ताला लगता है दरवाजा़ घुट रहा हैं इस बंधन से... दरवाजे़ पर ताला लगता है दरवाजा़ घुट रहा हैं इस बंधन से...
थके-थके से शब्द हैं तो भी थके-थके से शब्द हैं तो भी